उत्तराखण्ड में पोलिंग पार्टियों के चलते ही मतदान की तैयारियां शुरू
रविवार को देहरादून और पिथौरागढ़ से 38 पोलिंग पार्टिंयों के रवाना होने के साथ ही उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में मतदान की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। मतदान सम्पन्न कराने के लिये 10854 पोलिंग पार्टियों को तराई से लेकर उच्च हिमालयी क्षेत्र में लगभग 9 हजार फुट तक ऊंचाई में स्थित मतदान केन्द्रों तक लम्बी पैदल दूरी तय कर पहुंचना है। सन्तोष का विषय यह है कि मौसम विभाग ने मतदान के दिन तक मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान जारी किया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार अपराहन देहरादून से चकराता विधानसभा क्षेत्र के सुदूरवर्ती मतदान केन्द्रों के लिये 23 तथा पिथौरागढ़ के धारचुला क्षेत्र के लिये 15 पोलिंग पार्टियां गंतव्य के लिये रवाना हो गयीं। सोमवार को 2477 पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। इनमें उत्तरकाशी जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों केपिथौरागढ़ के 227, बागेश्वर के 85, अल्मोड़ा के 731, चम्पावत के 32 और नैनीताल के 21 केन्द्र शामिल हैं। बुधवार को 8339 पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। ये पार्टियां अधिकतर उधमसिंहनगर, हरिद्वार और देहरादून के मैदानी मतदान केन्द्रों से संबंधित हैं।
राज्य मौसम केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को भले ही प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में आसमान पर बादल छाये रहे मगर आगामी 15 फरबरी को मतदान के दिन तक प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। फिर भी निर्वाचन आयोग द्वारा पोलिंग पार्टिंयों तथा मतदाताओं के सुगम आवागमन के लिये लोक निर्माण विभाग जैसे विभागों को तैयार रहने के लिये कहा है।
चमोली से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सीमान्त जिले में 8750 मीटर की सबसे ऊंचाई पर सुराई ठोठा मतदान केन्द्र है जो कि बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र में जोशीमठ सीमान्त ब्लाक में स्थित है। चमोली में सबसे दूर डुमक मतदान केन्द्र है जो कि मोटरमार्ग से 24 किमी की पैदल दूरी पर है। थराली विधानसभा क्षेत्र के कनेाल और टोरटी केन्द्र मोटर मार्ग से लगभग 12 किमी दूर हैं। कर्णप्रयाग के पज्याणा केन्द्र के लिये पोलिंग पार्टियों को 8 किमी पैदल चलना पड़ेगा। झाट ब्लाक स्थित कनोल समुद्रतल से 8456 फुट की ऊचाई पर तथा कर्णप्रयाग क्षेत्र का देवपुरी 7692 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। आगामी 15 फरबरी को प्रदेश के 10854 मतदान केन्द्रों पर कुल 76,10126 मतदाता आपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
रविवार को देहरादून और पिथौरागढ़ से 38 पोलिंग पार्टिंयों के रवाना होने के साथ ही उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में मतदान की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। मतदान सम्पन्न कराने के लिये 10854 पोलिंग पार्टियों को तराई से लेकर उच्च हिमालयी क्षेत्र में लगभग 9 हजार फुट तक ऊंचाई में स्थित मतदान केन्द्रों तक लम्बी पैदल दूरी तय कर पहुंचना है। सन्तोष का विषय यह है कि मौसम विभाग ने मतदान के दिन तक मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान जारी किया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार अपराहन देहरादून से चकराता विधानसभा क्षेत्र के सुदूरवर्ती मतदान केन्द्रों के लिये 23 तथा पिथौरागढ़ के धारचुला क्षेत्र के लिये 15 पोलिंग पार्टियां गंतव्य के लिये रवाना हो गयीं। सोमवार को 2477 पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। इनमें उत्तरकाशी जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों केपिथौरागढ़ के 227, बागेश्वर के 85, अल्मोड़ा के 731, चम्पावत के 32 और नैनीताल के 21 केन्द्र शामिल हैं। बुधवार को 8339 पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। ये पार्टियां अधिकतर उधमसिंहनगर, हरिद्वार और देहरादून के मैदानी मतदान केन्द्रों से संबंधित हैं।
राज्य मौसम केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को भले ही प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में आसमान पर बादल छाये रहे मगर आगामी 15 फरबरी को मतदान के दिन तक प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। फिर भी निर्वाचन आयोग द्वारा पोलिंग पार्टिंयों तथा मतदाताओं के सुगम आवागमन के लिये लोक निर्माण विभाग जैसे विभागों को तैयार रहने के लिये कहा है।
चमोली से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सीमान्त जिले में 8750 मीटर की सबसे ऊंचाई पर सुराई ठोठा मतदान केन्द्र है जो कि बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र में जोशीमठ सीमान्त ब्लाक में स्थित है। चमोली में सबसे दूर डुमक मतदान केन्द्र है जो कि मोटरमार्ग से 24 किमी की पैदल दूरी पर है। थराली विधानसभा क्षेत्र के कनेाल और टोरटी केन्द्र मोटर मार्ग से लगभग 12 किमी दूर हैं। कर्णप्रयाग के पज्याणा केन्द्र के लिये पोलिंग पार्टियों को 8 किमी पैदल चलना पड़ेगा। झाट ब्लाक स्थित कनोल समुद्रतल से 8456 फुट की ऊचाई पर तथा कर्णप्रयाग क्षेत्र का देवपुरी 7692 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। आगामी 15 फरबरी को प्रदेश के 10854 मतदान केन्द्रों पर कुल 76,10126 मतदाता आपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
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