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Tuesday, September 24, 2019

उत्तराखंड की पत्रकारिता का राष्ट्रीय महत्व



प्रे






   



प्रेस  विज्ञप्ति

23 सितंबर, 2019

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत से प्रकाशित पुस्तक 'स्वाधीनता आंदोलन में उत्तराखंड की पत्रकारिता' का मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा लोकार्पण
"उत्तराखंड एक ऐसा स्थान है जिसका स्वाधीनता आंदोलन में बहुत योगदान रहा। इसी के साथ उत्तराखंड की पत्रकारिता का राष्ट्रीय महत्व भी रहा है।" यह उद्गार मानव संसाधन
विकास मंत्री, भारत सरकार श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' के थे। उन्होनें जयसिंह रावत लिखित और राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत से प्रकाशित पुस्तक 'स्वाधीनता आंदोलन में उत्तराखंड की पत्रकारिता' का लोकार्पण करते हुए यह कहा। श्री निशंक ने न्यास को ऐतिहासिक महत्त्व की ऐसी पुस्तक प्रकाशित करने पर बधाई दी। उन्होनें आगे कहा कि लेखक ने इस पुस्तक में जो सच है उसे बेबाक तरीके से कहने की कोशिश की है। लेखन में उन्होनें जो नया मानदंड अपनाया इस पर हम गर्व कर सकते हैं। पुस्तक का लोकार्पण मंत्रालय-भवन के समिति-कक्ष में हुआ।
इस अवसर पर लेखक श्री जयसिहं रावत ने भी अपनी बात रखी। उन्होनें कहा, "आने वाली पीढ़ी के लिए यह पुस्तक एक दस्तावजे होगी। इसमें उत्तराखंड की पत्रकारिता के इतिहास
को संजोया गया है।" उन्होनें आगे कहा कि स्वाधीनता संग्राम में अखबारों की क्या भूमिका रही इसके बारे में ऐतिहासिक तथ्यों को सामने रखा गया है। उन्होनें बताया कि पत्रकारिता
का प्राचीन स्वरूप बेहद संघर्षपूर्ण था।
इससे पूर्व, न्यास की निदेशक श्रीमती नीरा जैन ने पुस्तक का संक्षेप में परिचय दिया और कहा कि "आने वाली पीढ़ी के लिए यह पुस्तक बेहद प्रेरणादायक सिद्ध होगी।" कार्यक्रम
के आरंभ में श्रीमती जैन ने मंत्री महोदय का स्वागत किया और पुस्तक के लोकार्पण हेतु समय निकालने के लिए उनका आभार जताया।
कार्यक्रम में न्यास के कुछ संपादक एवं अधिकारी भी सम्मिलित हुए।
-- राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा जारी; 23 सितंबर, 2019

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