देहरादून- भारत समरसता मंच ने उत्तराखंड में
विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित किया।
उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में श्रीदेव
सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डा. यू.एस. रावत, लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह
रावत, शिक्षाविद् प्रोफेसर आलोक सकलानी, पर्यावरणविद् जगत सिंह जंगली, प्रसिद्ध
भूगर्भशास्त्री डा. डी.पी डोभाल और सामाजिक उद्यमिता के क्षेत्र में योगदान देने
के लिए रिटायर्ड लें कर्नल एम. के. हुसैन को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राचार्य डा. कमलेश
भट्ट एवं प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को भी सम्मानित किया जाना था, लेकिन
खराब स्वास्थ्य की वजह से दोनों ही कार्यक्रम में नहीं आ पाए। इसके बाद आयोजकों ने
दोनों ही विभूतियों को उनके घर पर ही सम्मान पहुंचाने का फैसला किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर.एस.एस की राष्ट्रीय
कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्र निर्माण में
अंबेडकर के योगदान, राष्ट्रवाद, जाति प्रथा खत्म करने, चीनी सामान का बहिष्कार
करने, पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाब करने, चरित्र निर्माण सहित कई मानव जीवन के
कई पहलुओं पर चर्चा की।
सम्मान समारोह का आयोजन
भारत समरसता मंच ने शिवालिक इंस्टट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज के साथ मिलकर किया।
स्वागत भाषण पूर्वाचंल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा. पी.सी पतंजलि ने
दिया। कार्यक्रम का संचालन दून विश्वविद्यालय के प्रबंधशास्त्र विभाग के
विभागाध्यक्ष एवं डीन प्रोफेसर एच.सी पुरोहित ने किया। कार्यक्रम में उत्तराखंड
टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. पी. के गर्ग, शिवालिक संस्थान के वाइस
चेयरमैन अजय कुमार सहित प्रदेश के कई अन्य लोग मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment