फिल्म अनुकूलन राज्यों में
उत्तराखण्ड सबसे पीछे
सर्वाधिक फिल्म अनुकूलन राज्यों में नर्सर्गिक सौंदर्य
से लवरेज उत्तराखण्ड खिसक कर 15 वें स्थान पर चला गया है। जाहिर है कि कुदरत की इतनी
नियामत के बावजूद उत्तराखण्ड में फिल्म विकास का बुनियादी ढांचा तैयार करने में सरकारें
विफल रहीं और राज्य अनुपम नैसर्गिंक सौंदर्य की शोकेशिंग करने के बजाय उत्तराखण्ड के
नेता हर साल अपने ही प्रचार पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाते रहे। न केवल प्रचार
बल्कि लंदन और थाइलैंड के दौरों ंपर नेता और नौकरशाह इस गरीब प्रदेश के करोड़ों रुपये
लुटाते रहे। राज्य की पहली निर्वाचित सरकार से लेकर वर्तमान सरकार तक नेता और नौकरशाहों
का पसंदीदा डेस्टिनेशन थाइलैंड रहा मगर आज तक ऐय्यासियों के सिवा राज्य को धेले का
भी लाभ नहीं हुआ।
भारत सरकार के पत्र
सूचना कार्यालय द्वारा
शुक्रवार को जारी
एक विज्ञप्ति के
अनुसार सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार की घोषणा आज ज्यूरी के अध्यक्ष श्री रमेश सिप्पी द्वारा की गई। सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा 3 मई, 2018 को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के वितरण के दौरान प्रदान किए जाएंगे।
मध्य
प्रदेश द्वारा अपने यहां
फिल्मांकन
में सहूलियत सुनिश्चित
करने के प्रयासों
को देखते हुए
इस राज्य को
‘सर्वाधिक फिल्म अनुकूल
राज्य
पुरस्कार’
प्रदान किया गया।
मध्य
प्रदेश सुव्यवस्थित वेबसाइट बनाने
और फिल्म अनुकूल
बुनियादी ढांचा स्थापित करने के
साथ-साथ विभिन्न
तरह के प्रोत्साहनों
की पेशकश कर
रहा है, संबंधित
डेटाबेस का रख-रखाव बढि़या
ढंग से कर
रहा है और
इसके साथ ही
विपणन एवं संवर्धन
संबंधी पहल भी
कर रहा है।
ज्यूरी
ने इसमें भाग
लेने वाले 16 राज्यों
में से मध्य
प्रदेश का चयन
सर्वसम्मति
से किया है।
मध्य
प्रदेश को उन
जाने-माने फिल्म
निर्माताओं की ओर
से भी सकारात्मक
प्रतिक्रिया या फीडबैक
मिला है, जो
यहां पहले फिल्मांकन
कर चुके हैं।
पुरस्कारों
के लिए राज्य
द्वारा अपनी दावेदारी
पेश करने के
लिए किए गए
प्रयासों की भी
सराहना की गई।
उत्तराखंड
राज्य
को अपने यहां
फिल्म
अनुकूल परिदृश्य
सुनिश्चित करने की
दिशा में किए
गए उल्लेखनीय प्रयासों को
ध्यान
में रखते हुए
‘विशेष उल्लेख प्रमाणपत्र’
प्रदान किया गया
है।
इस अवसर पर
ज्यूरी
के अध्यक्ष श्री
रमेश सिप्पी ने
कहा, ‘ज्यूरी के
सदस्य
अपने-अपने राज्यों
में फिल्म अनुकूल
परितंत्र सृजित करने की
दिशा में निरंतर
कदम उठाने के
लिए उत्तर प्रदेश
और गुजरात के
प्रयासों की सराहना
करते हैं और
इसके साथ ही
यह उम्मीद करते
हैं कि ये
राज्य
अपने अच्छे कार्यों
को आगे भी
जारी रखेंगे। इस
वर्ष मध्य प्रदेश
ने अपने यहां
फिल्मांकन
करना आसान करके
यह पुरस्कार प्राप्त
किया है, जहां
बड़ी संख्या में
फिल्म
निर्माताओं ने विगत
वर्षों के दौरान
फिल्मांकन
किया है। मध्य
प्रदेश उत्कृष्ट बुनियादी
सहायता एवं फिल्मांकन
संबंधी बुनियादी ढांचा मुहैया
कराने के साथ-साथ फिल्म
बनाने के लिए
एक सूचनाप्रद वेबसाइट
और अनेक प्रोत्साहनों
की भी पेशकश
कर रहा है।
उनकी प्रविष्टि को
अत्यंत
व्यापक तरीके से दिए
गए सभी आवश्यक
दस्तावेजों के साथ
खूबसूरती से प्रस्तुत
किया गया था।
इसके अलावा, ज्यूरी
ने उत्तराखंड के एक
दुर्गम क्षेत्र होने के
साथ-साथ एक
अपेक्षाकृत नया राज्य
होने के बावजूद
इस राज्य द्वारा
अपने यहां फिल्मांकन
की दिशा में
किए गए उल्लेखनीय
प्रयासों को भी
रेखांकित किया है।
इसे ध्यान में
रखते हुए उत्तराखंड
को विशेष उल्लेख
प्रमाणपत्र दिया गया
है।’
सर्वाधिक फिल्म अनुकूल
राज्य
पुरस्कार
2017 के चयन के
लिए संबंधित ज्यूरी
की अध्यक्षता जाने-माने
फिल्म
निर्माता श्री रमेश
सिप्पी
ने की। ज्यूरी
में प्रख्यात फिल्म
निर्माता श्री नागराज
मंजुले, श्री राजा
कृष्ण
मेनन, श्री विवेक
अग्निहोत्री और मोशन
पिक्चर
डिस्ट्रीब्यूटर्स
एसोसिएशन के एमडी
श्री उदय सिंह
भी शामिल थे।
‘सर्वाधिक
फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार 2017’ में भाग लेने वाले राज्यों के नाम
अंडमान एवं निकोबार, दिल्ली.
गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम , ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड ,उत्तर प्रदेश
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Official Press Release of PIB Govt of india
भारत सरकार
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
19-अप्रैल-2018
16:25 IST
मध्य प्रदेश को
‘सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य’ पुरस्कार प्रदान किया गया
उत्तराखंड को फिल्म अनुकूल परिदृश्य के लिए विशेष उल्लेख प्रमाणपत्र प्रदान किया गया ज्यूरी ने फिल्म अनुकूल परितंत्र सृजित करने के लिए उत्तर प्रदेश और गुजरात के निरंतर प्रयासों की सराहना की : श्री रमेश सिप्पी
उत्तराखंड को फिल्म अनुकूल परिदृश्य के लिए विशेष उल्लेख प्रमाणपत्र प्रदान किया गया ज्यूरी ने फिल्म अनुकूल परितंत्र सृजित करने के लिए उत्तर प्रदेश और गुजरात के निरंतर प्रयासों की सराहना की : श्री रमेश सिप्पी
सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार की घोषणा आज ज्यूरी के
अध्यक्ष श्री रमेश सिप्पी द्वारा की गई। सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार
भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा 3 मई, 2018 को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों
के वितरण के दौरान प्रदान किए जाएंगे।
मध्य प्रदेश द्वारा अपने यहां फिल्मांकन में सहूलियत सुनिश्चित
करने के प्रयासों को देखते हुए इस राज्य को ‘सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार’
प्रदान किया गया। मध्य प्रदेश सुव्यवस्थित वेबसाइट बनाने और फिल्म अनुकूल
बुनियादी ढांचा स्थापित करने के साथ-साथ विभिन्न तरह के प्रोत्साहनों की पेशकश
कर रहा है, संबंधित डेटाबेस का रख-रखाव बढि़या ढंग से कर रहा है और इसके साथ ही
विपणन एवं संवर्धन संबंधी पहल भी कर रहा है। ज्यूरी ने इसमें भाग लेने वाले 16
राज्यों में से मध्य प्रदेश का चयन सर्वसम्मति से किया है। मध्य प्रदेश को उन
जाने-माने फिल्म निर्माताओं की ओर से भी सकारात्मक प्रतिक्रिया या फीडबैक मिला
है, जो यहां पहले फिल्मांकन कर चुके हैं। पुरस्कारों के लिए राज्य द्वारा अपनी
दावेदारी पेश करने के लिए किए गए प्रयासों की भी सराहना की गई। उत्तराखंड राज्य
को अपने यहां फिल्म अनुकूल परिदृश्य सुनिश्चित करने की दिशा में किए गए उल्लेखनीय
प्रयासों को ध्यान में रखते हुए ‘विशेष उल्लेख प्रमाणपत्र’ प्रदान किया गया है।
इस अवसर पर ज्यूरी के अध्यक्ष श्री रमेश सिप्पी ने कहा, ‘ज्यूरी
के सदस्य अपने-अपने राज्यों में फिल्म अनुकूल परितंत्र सृजित करने की दिशा में
निरंतर कदम उठाने के लिए उत्तर प्रदेश और गुजरात के प्रयासों की सराहना करते हैं
और इसके साथ ही यह उम्मीद करते हैं कि ये राज्य अपने अच्छे कार्यों को आगे भी
जारी रखेंगे। इस वर्ष मध्य प्रदेश ने अपने यहां फिल्मांकन करना आसान करके यह
पुरस्कार प्राप्त किया है, जहां बड़ी संख्या में फिल्म निर्माताओं ने विगत
वर्षों के दौरान फिल्मांकन किया है। मध्य प्रदेश उत्कृष्ट बुनियादी सहायता एवं
फिल्मांकन संबंधी बुनियादी ढांचा मुहैया कराने के साथ-साथ फिल्म बनाने के लिए एक
सूचनाप्रद वेबसाइट और अनेक प्रोत्साहनों की भी पेशकश कर रहा है। उनकी प्रविष्टि
को अत्यंत व्यापक तरीके से दिए गए सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ खूबसूरती
से प्रस्तुत किया गया था। इसके अलावा, ज्यूरी ने उत्तराखंड के एक दुर्गम क्षेत्र
होने के साथ-साथ एक अपेक्षाकृत नया राज्य होने के बावजूद इस राज्य द्वारा अपने
यहां फिल्मांकन की दिशा में किए गए उल्लेखनीय प्रयासों को भी रेखांकित किया है।
इसे ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड को विशेष उल्लेख प्रमाणपत्र दिया गया है।’
सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार 2017 के चयन के लिए
संबंधित ज्यूरी की अध्यक्षता जाने-माने फिल्म निर्माता श्री रमेश सिप्पी ने
की। ज्यूरी में प्रख्यात फिल्म निर्माता श्री नागराज मंजुले, श्री राजा कृष्ण
मेनन, श्री विवेक अग्निहोत्री और मोशन पिक्चर डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के
एमडी श्री उदय सिंह भी शामिल थे।
‘सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार 2017’ में
भाग लेने वाले राज्यों के नाम
1.
अंडमान
एवं निकोबार
2.
दिल्ली
3.
गुजरात
4.
कर्नाटक
5.
केरल
6.
मध्य
प्रदेश
7.
महाराष्ट्र
8.
मिजोरम
9.
ओडिशा
10.
पंजाब
11.
राजस्थान
12.
सिक्किम
13.
तेलंगाना
14.
त्रिपुरा
15.
उत्तराखंड
16.
उत्तर
प्रदेश
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वीके/एएम/आरआरएस/वाईबी – 8232
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