विश्वनाथ की नगरी और उत्तर की काशी] उत्तरकाशी के घायल वरुणावत पर्वत का उपचार तो कर नहीं पाये अलबत्ता घोटालेबाज करोड़ों की रकम अवश्य डकार गये। इस मामले की जांच लोकायुक्त द्वारा की गयी जिसमें 7 करोड़ से अधिक की रकम की पुष्टि हुयी। लोकायुक्त की जांच रिपोर्ट कार्यवाई के लिये तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चन्द्र खंडूड़ी को सौंपी गयी तो उस रिपोर्ट का आज तक कहीं पता नहीं चला। ये वही भुवनचन्द्र खंडूड़ी हैं जो कि स्वयं को लोकायुक्त मामले का चैंपियन बनते रहे हैं। बहरहाल बरुणावत के दरकने और पौराणिक नगरी उत्तरकाशी पर भूस्खलन से उसके अस्तित्व का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है।
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