स्वनिधि: रेहड़ी–पटरी विक्रेताओं का सशक्तिकरण: A PIB Feature- रेहड़ी–पटरी विक्रेता, किसी भी शहर की अनौपचारिक अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। रेहड़ी–पटरी स्व-रोजगार का एक ऐसा स्वरूप है जो शहरी आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि यह आबादी के सभी वर्गों को उनके घर पर ही वस्तुओं और सेवाओं की सुलभ उपलब्धता सुनिश्चित करता है। रेहड़ी–पटरी विक्रेताओं
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