अंग्रेजों ने ही रची थी भारत को तोड़ने की साजिश्: -जयसिंह रावतविश्व के इतिहास में 1947 का वर्ष दो नये सम्प्रभु राष्ट्रों के जन्म और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के उदय के लिये तो सदैव याद रहेगा ही, लेकिन इस ऐतिहासिक वर्ष के सुनहरे इतिहास के पन्नों के साथ एक ऐसा काला पन्ना भी जुड़ा जिसमें अब तक के सबसे
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